मुगल दरबार में पांडुलिपि तैयार करने की प्रक्रिया का वर्णन करें?-Describe the process of manuscript preparation in the Mughal court?
मुगल भारत की सभी पुस्तकें पांडुलिपियों के रूप में थी। दूसरे शब्दों में, इसे हाथों के द्वारा लिखी हुई पुस्तक भी कहते हैं। जब भारत देश पर मुगलों का शासन था तो उस समय चीन की तरह मुद्रण (छपाई) आरंभ नहीं हुई थी, इसलिए पुस्तकें हाथों से ही लिखी जाती थी। हाथों द्वारा पुस्तकें लिखना बहुत ही कठिन कार्य होता था।